16/07/2018
अस्थमा और दिल की बीमारियों का बेहतरीन उपचार हैं पीपल के पत्ते, जानिए और क्या हैं फायदे............................................................
Health Benefits Of Peepal Leaves: पीपल के पत्तों में टैनिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड, फ्लेवोनॉइड्स, स्टेरॉइड्स, विटामिन, मेथियोनिन और ग्लाइसिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। इस वजह से यह चिकित्सकीय उद्देश्यों के लिए सबसे उपयुक्त औषधि मानी जाती है।पीपल
ऑक्सीजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है जो 24 घंटे ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है। इसमें टैनिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड, फ्लेवोनॉइड्स, स्टेरॉइड्स, विटामिन, मेथियोनिन और ग्लाइसिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। इस वजह से यह चिकित्सकीय उद्देश्यों के लिए सबसे उपयुक्त औषधि मानी जाती है। पीपल के पेड़ के हर हिस्से मसलन- उसकी छाल, कलियों, बीज, फल और पत्तियों के अनेक औषधीय फायदे होते हैं। प्राचीन काल से ही इनकी पत्तियों का प्रयोग तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निदान के लिए प्रयोग किया जाता है। आज हम आपको पीपल के पत्तों से होने वाले फायदों के बारे में बताने वाले हैं।
सर्दी और बुखार में – पीपल की नर्म पत्तियों को दूध के साथ उबाल लें। अब इसमें थोड़ी चीनी मिला लें। इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करें। इससे आपको बुखार और सर्दी में काफी लाभ मिलेगा।
हृदय रोगों के उपचार में – पीपल की 15 नरम पत्तियों को एक गिलास पानी में अच्छी तरह से तब तक उबालें जब तक वह एक तिहाई शेष रह जाए। अब उसे ठंडा करके छान लें। अब इस मिश्रण को हर 3 घंटे के बाद लें। ऐसा करने से हृदय संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है।
अस्थमा में – पीपल की कुछ नर्म पत्तियां या फिर पत्तियों के पाउडर को दूध के साथ उबाल लें। इसमें चीनी मिलाकर दिन में दो या तीन बार पीने से अस्थमा के इलाज में काफी आराम मिलता है।
दांतों के लिए – दांतों को मजबूत और चमकदार बनाना है तो इसके तने से बने दातून का प्रयोग किया जा सकता है। इससे दांतों का दर्द दूर हो जाता है। 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर बनाए गए मंजन का प्रयोग करने से भी दांतों की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
पीलिया के उपचार में – पीपल की कुछ नर्म पत्तियां लेकर उनका जूस तैयार कर लें। अब इसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर दिन में दो से तीन बार पिएं। पीलिया में यह काफी फायदेमंद होता है।